यह थे देश के पहले मुस्लिम राष्ट्रपति, जिनका नाम सुनकर तो इंदिरा और RSS भी थर थर कांपते थे


हम बात कर रहे है उस दौर की जब वक्त था राष्ट्रपति चुनाव का और केंद्र मे उस समय सरकार थी इंदिरा गाँधी जी की l उस समय इंदिरा गाँधी पर यह दवाब था की वह किसी ऐसे चेहरे को राष्ट्रपति उमीदवार के लिए घोषित करें जो की मुस्लिम धर्म से सबंध रखता हो ताकि भारत मे एकता की नयी मिसाल दी जा सके l और उस समय इंदिरा गाँधी ने राष्ट्रपति उमीदवार के लिए जिस व्यक्ति का नाम घोषित किया वह थे जाकिर हुसैन 



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आपको बता दे की जाकिर हुसैन का जन्म साल 1897 मे हैदराबाद मे हुआ था l जन्म के कुछ समय बाद उनके पिता आपने परिवार के साथ उत्तर प्रदेश मे आकर रहने लगे थे l जाकिर हुसैन ने अपनी अपनी पढ़ाई भारत की मुस्लिम यूनिवर्सिटी से और बाकि की पढ़ाई जर्मनी से की l वह अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के कुलपति भी रह चुके थे l आजादी के बाद 1956 मे उन्हें राजयसभा सदस्य बनाया गया था और उसके बाद उन्हें बिहार का गवर्नर भी नियुक्त किया गया था l


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जाकिर हुसैन को उनके कार्य और निडरता को देखते हुए कई बार राष्ट्रपति बनने के लिए कहा गया लेकिन वह हमेशा मना कर देते थे l साल 1962 मे उन्हें उपराष्ट्रपति भी बनाया गया था l लेकिन साल 1967 मे उनका नाम राष्ट्रपति उमीदवार के लिए चुना गया l जाकिर हुसैन को विपक्ष का विरोध सहन करना पड़ा और साथ ही उनकी अपनी पार्टी के कुछ लोग भी उनका विरोध करते थे l


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स्थिति ऐसी थी की अगर जाकिर हुसैन चुनाव हारते तो इंदिरा की सरकार भी गिर सकती थी l इसके बाद राष्ट्रपति चुनाव हुआ और 6 मई 1967 को रिजल्ट आया जिसमे की जाकिर हुसैन 4,71,244 वोट लेकर विजय हुए और देश को अपना पहला मुस्लिम राष्ट्रपति मिला l लेकिन दोस्तों वह देश के सिर्फ पहले मुस्लिम राष्ट्रपति ही नहीं थे वल्कि वह पहले ऐसे राष्ट्रपति भी थे जो की अपना कार्यकाल पूरा ना कर पाए l साल 1967 मे उन्होंने राष्ट्रपति पद की शपथ ली और साल 1969 मे उनका देहांत हो गया l


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