आरोग्य सेतु एप के जरिए PM मोदी ने लाखों कमाने का दिया मौका, बस करें ये छोटा सा काम


कोरोना महामारी से निजात पाने के लिए भारत भी हर स्तर पर कोशिश कर रहा है. ताकि इस वायरस की चेन को जल्द से जल्द तोड़ा जा सके. इसके लिए पीएम मोदी की तरफ से देश के नागरिकों से आरोग्य सेतु ऐप को बार-बार डाउनलोड करने पर जोर दिया जाता रहा है. लेकिन इसके साथ ही इस ऐप से लोगों के डेटा चोरी होने जैसे कई आरोप भी विपक्षी पार्टी के तरफ से लगाते जाते रहे हैं. ऐसे में इन सभी समस्याओं को देखते हुए सरकार ने आरोग्य सेतु (Aarogya Setu) के सोर्स कोड (Source Code) को सॉफ्टवेयर विकसित करने वाले लोगों को इसकी जांच-परख के लिए खोलने का ऐलान किया गया है. इतना ही नहीं इस ऐप से लोगों को किन समस्याओं और परेशानियों से भुगतना पड़ सकता है उसके बारे में पता लगाने वाले के लिए सरकार की तरफ से एक बड़ी राशि का पुरस्कार भी देने का ऐलान किया गया है.

इस ऐलान के बारे में नीति आयोग के सीईओ अमिताभ कांत का कहना है कि अभी तक दुनिया में किसी भी देश की ऐसी सरकार नहीं रही है, जिसने इतने बड़े पैमाने पर इतना खुला कदम उठाया हो. आगे कांत ने ये भी कहा कि, पारदर्शिता, निजता और सुरक्षा ही आरोग्य सेतु डिजाइन की मूल थ्योरी है.ऐसे में इस ऐप के सोर्स कोड को डेवलपर समुदाय के लिए खोल दिए जाने से भारत सरकार की इन्हीं सिद्धांतों के अंदर में रहकर काम करने के कमेटमेंट का पता चलता है. उन्होंने कहा कि ये बात सच है कि दुनिया में कोई भी देश की सरकार मूल कारण को इतने बड़े पैमाने पर खोलने का ऐलान नहीं करती है.

गौरतलब है कि इस आरोग्य सेतु ऐप की शुरूआत कोरोना वायरस महामारी से बचने के लिए की गई है. ताकि लोगों को ये पता चल सके कि उनके आसपास कोई इस भयावह वायरस से संक्रमित तो नहीं है.लेकिन पिछले काफी दिनों से इस ऐप का सहारा लेकर लोगों के निजी डेटा इकट्ठा किए जाने और उनकी निजी जिंदगी के बारे में सारी जानकारी इकट्ठा करने का आरोप लगया गया. यही वजह है कि इन सभी समस्याओं को सुलझाने के लिए सरकार ने ये बड़ा फैसला किया है, और ऐप के सोर्स कोड को खोल दिया गया है.

दरअसल नेशनल इंफोमेटिक सेंटर की महानिदेशक नीता वर्मा ने बताया है कि इस ऐप में सारी गलतियों के बारे में जानकारी एकत्र करने वाले लोगों के लिए चार श्रेणी के पुरस्कार भी रखे गए हैं. बताया जा रहा है कि जो भी इस ऐप की खामी और इसके फंक्शन में सुधार का आइडिया देगा उसके लिए ही ये पुरस्कार रखे गए हैं.इस दौरान वर्मा ने ये भी बताया कि सुरक्षा के मद्देनजर इस संवेदनशीलता के तहत इसे तीन श्रेणियों में बांटा गया है, जिसमें हर एक के लिए लाखों रूपये का इनाम रखा गया है. बता दें कि अब तक देश में इस आरोग्य सेतु ऐप का इस्तेमाल कम से कम 11.5 करोड़ लोग कर रहे हैं.

0/Post a Comment/Comments