भारत में अगर बात की जाए महाराजा की तो उसमे जो नाम सबसे ऊपर आएगा वह सायद कोई भी सोच नहीं सकता l भारतीय जमीन पर बहुत से राजा महाराजाओ का जन्म हुआ लेकिन आज हम जिस महाराजा की बात करने जा रहे है उनका नाम इतिहास में सुनहरी अक्षरों से लिखा जाता है l वह इतने ज्यादा ताकतवर थे की अंग्रेजी सल्तनत और अफगान मुस्लिम शासक भी उनसे डरते थे l
हम बात कर रहे भारत के महान शासक महाराजा रणजीत सिंह के बारे में जिन्होंने उत्तर भारत पर 40 सालो तक बिना खौफ के शासन किया l महाराजा रणजीत सिंह का जन्म साल 1780 में गुजरांवाला में हुआ था जो की अब पाकिस्तान में पड़ता है l उनके पिता महाराजा महा सिंह सुकरचकिया मिसल के सरदार थे l उन दिनों पंजाब में अफगान और सिखों का शासन था जो की आपसी मतभेदों के कारण बंटे हुए थे l
पिता की मृत्यु के बाद महाराजा रणजीत सिंह ने साल 1801 को महाराजा की गद्दी संभाली तब वह 12 साल के थे l वह इतने ज्यादा बहादुरी थे की बचपन में ही उन्होंने अपने दुश्मन जो की उनपर हमला करने आया था उसको मार दिया था l महाराजा रणजीत सिंह ने लाहौर को अपनी राजधानी बनाया l
महाराजा रणजीत सिंह ने सभी सिख मिसलो को इकठा करके समूचे पंजाब पर अपना राज्य स्थापित किया l उन्होंने अपने राज्य से अफगानो को खदेड़ा और अंग्रेज़ों को पंजाब से दूर रखा l उनका शासन और शक्ति को देखते हुए उनके दुश्मनों और अंग्रेज़ों की हिम्मत नहीं पडती थी की वह उनसे युद्ध करें l
महाराजा रणजीत सिंह का शासन दिल्ली से लेकर अफगानिस्तान तक था l उन्हीने जम्मू कश्मीर पर भी शासन किया l उनके शासन काल में किसी पर अन्याय नहीं होता था l उनके राज्य ने मुस्लिम, हिंदू और सिख मिलकर रहते थे l महाराजा सभी धर्मो का आदर करते थे l महाराजा रणजीत सिंह के पास बेशकीमती कोहिनूर हीरा था l उन्हीने 40 सालो तक बहादुरी के साथ भारत पर राज किया और अपनी दहाड़ से अफगानो और अंग्रेज़ों को डरा के रखा l
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