कहते हैं प्यार कोई मजहब कोई धर्म कोई जात नहीं देखता वो
बस दिल की ख़ूबसूरती देखके हो जाता है और ऐसा हो भी क्यूँ ना प्यार चीज़ ही कुछ
ऐसी है जो किसी इंसानी बेड़ियों का मोहताज़ नहीं है। हमारी
बॉलीवुड इंडस्ट्री में भी ऐसे ही कुछ सितारें हैं जिन्होंने मज़हब देखके प्यार
नहीं किया। प्यार हुआ और दोनों जिंदगी भर के
लिए एक हो गये।
सुनील दत्त और नरगिस दत्त
इस लिस्ट में पहला नाम है – सुनील दत्त और नर्गिस। सुनील
और नर्गिस की प्रेम कहानी किसी परियों की कहानी से कम नहीं है। सुनील
दत्त नर्गिस के पहले से ही बहुत बड़े फैन थे लेकिन जब नर्गिस से उन्हें पहली बार
मिलने का मौका मिला तब वो कुछ नहीं बोल पाए।
फिल्म
दो बीघा जमीन और मदर इंडिया की शूटिंग के दौरान नर्गिस और सुनील की मुलाकात हुई। उस
समय नर्गिस और राज कपूर के बीच कुछ सही नहीं चल रहा था और सुनील नर्गिस से अपने
प्यार का इज़हार करने के लिए बेक़रार थे। मदर इंडिया की शूटिंग के दौरान
सेट पर आग लग गयी और नर्गिस को बचाते- बचाते सुनील खुद आग में झुलस गये। इस
हादसे के बाद दोनों करीब आ गये और 1958 में
दोनों ने शादी कर ली।
सुनील शेट्टी और माना कादरी
वहीँ 90 के
दशक के अभिनेता सुनील शेट्टी का नाम भी इस लिस्ट में शामिल है। सुनील तमिल हैं और उनकी पत्नी मना कादरी एक मुस्लिम
परिवार से हैं। सुनील ने मना को पहली बार एक
कैफ़े में देखा था और उन्हें मना से पहली नज़र में ही प्यार हो गया। फिर
मना की बहन ने दोनों की मुलाक़ात कराई और ये दोनों धीरे धीरे एक दुसरे से प्यार कर
बैठे। पहले
तो इनके परिवारों ने इस रिश्ते को कबूल नहीं किया लेकिन 9 साल बाद इनके परिवार वाले इस मोहब्बत के आगे झुक गए। 25 दिसम्बर
1991 को दोनों ने शादी कर ली।
मनोज वाजपयी और शबाना रजा
इसी लिस्ट में तीसरा नाम है – मनोज वाजपयी और शबाना रजा का। मनोज और शबाना की मुलाक़ात फिल्म सत्या के प्रीमियर पर
हुई थी उसके बाद से ही दोनों बहुत अच्छे दोस्त बन गए और 2006 में दोनों ने शादी कर ली। शबाना
मनोज की दूसरी पत्नी हैं और इन दोनों के एक बेटी भी है।
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